कल दिल्ली में भाजपा ने बंद का आव्हान किया था । देखा की जगह जगह दुकाने जबर दस्ती बंद करवाई जा रही थी।
रात को न्यूज़ में देखा की भाजपा के नेताओं ने कपड़े उतार कर पर्दर्शन किया
क्या बात है जी अगरकपड़े उतार कर पर दर्शन करने से महंगाई कम होती है तो मेरा इन नेताओं को सुझाव है की , वे लोग कपड़े परमा नेन्ट तोर पर ही त्याग देने चाहियें ।
इस से महंगाई भी कम हो जावेगी तथा उन के घर [ वैसे उन्हें महल कहा जावे तो ज्यादा अच्छा होगा ] में काम वाली बाईयों को भी काम कम करना पड़ेगा
शोर तो ये बस किराये में कमी में लिए करते है , पर क्या कभी ये बसों में चढ़े भी है ।
पानी तक तो ये मिनरल वाटर पीते है १५ रूपये लीटर वाला .
इनको क्या फर्क पड़ता है महंगाई से , सब वोट बैंक बनाने का ड्रामा है
मकसद तो जनता को बेवकूफ बनाना है
दिन में नारे लगायेंगे , शाम को इंग्लिश पी कर सो जायेंगे
जनता गई तेल लेने
वो भी मिलेगा या नहीं मालूम नही , क्योंकि सारा तो इन नेताओं की गाड़ियों में डल चुका है
जनता तो बस में ही बेबस हो कर घूमेगी या कहिये धक्के खाए गी
वोट देने तो इन को ही आएगी , और कोई है नही कहाँ जायेगी
शुक्रवार, 13 नवंबर 2009
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